Offering Tulsi to God in Kartik gives the virtue of donating 10 thousand
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Offering Tulsi to God in Kartik gives the virtue of donating 10 thousand

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Offering Tulsi to God in Kartik gives the virtue of donating 10 thousand

Tulsi plant has always been the center of faith in Sanatan Dharma. Be it Teej-festival or worship, the leaves of this sacred plant are used in every work. Especially in the month of Kartik, the importance of Tulsi increases even more.

Tulsi plant has always been the center of faith in Sanatan Dharma. Be it Teej-festival or worship, the leaves of this sacred plant are used in every work. Especially in the month of Kartik, the importance of Tulsi increases even more. The fruit of offering Tulsi in the worship of Lord Shrihari in the month of Kartik is considered to be equal to 10,000 Godan. At the same time, devotees are gathering in the Saptdevalayas for Tulsi worship and lamp donation under Kartik Niyama Vrat Seva.

It is believed that by reciting and listening to Tulsi Namashtak in the month of Kartik, the benefits are doubled. Couples who have not got the happiness of children, they should also do Tulsi Puja. Although a lamp should be lit in front of Tulsi in the entire Kartik month, but if for some reason the lamp is not lit, then on the day of Kartik Purnima, one should wish good luck for one's home and household by lighting 31 full lamps.

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  • Tulsi benefits, uses and medicinal properties

    तुलसी के फायदे (Tulsi Benefits)

    तुलसी को रक्षा कवच माना जाता है। तुलसी के सभी हिस्सों का अपना – अपना अलग महत्व है। इसकी शाखाएँ, बीज, पत्ती और जड़ सभी के बहुत फायदे है। आइये जानते है श्री तुलसी के फायदे

    १. सर्दी-खांसी में –

    इसका उपयोग सर्दी खांसी में आराम देने के लिए किया जाता है। अगर आपको जुकाम सर्दी खांसी हो गई है तो तुलसी का काढ़ा बनाकर पीने से आराम मिलता है। तुलसी के साथ काली मिर्ची, लौंग और गुड़ मिलाकर काढ़ा तैयार किया जाता है।

    २. मुँह की दुर्गंध –

    तुलसी के पत्तों को चबाने से मुँह की दुर्गंध को दूर किया जा सकता है। अगर साँसों में से बदबू आती है तो तुलसी खाने के फायदे इसमें होते है। तुलसी के पत्ते चबाना चाहिए ऐसा करने पर दुर्गंध खत्म हो जाती है।

    ३. सिर की जूं लीख में –

    यदि सिर में जूं लीख हो गई है तो ऐसे में तुलसी का तेल बालों में लगाना चाहिए। इसकी पत्तियों से आप तेल बना सकते है या बाजार में भी आपको तुलसी का तेल मिल सकता है।

    ४. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये –

    तुलसी में रोगों से लड़ने की ताकत होती है। यह इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाती है। तुलसी का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

    ५. कान दर्द और सूजन में राहत –

    यह कान के दर्द और सूजन को कम करने का काम करती है। तुलसी पत्र स्वरस को गर्म कर ले इसकी २ – २ बून्द कान में डालने पर दर्द से मुक्ति मिलेगी। कान के पीछे हो रही सूजन में तुलसी पत्ती के साथ एरंड की कोंपलों को पीस ले इसमें नमक मिला ले इस लेप को गुनगुना करके लगाएं।

    ६. तनाव से मुक्ति –

    तुलसी में एंटीस्ट्रेस गुण पाए जाते है। शरीर में पाया जाने वाला कॉर्टिसोल हॉर्मोन जिसे स्ट्रेस हार्मोन कहते है उसे नियंत्रित करने में तुलसी सहायक होती है।

    ७. दस्त में आराम –

    दस्त से परेशान होने पर आप इसका उपयोग जरूर करे। जीरे के साथ तुलसी के पत्तों को पीस ले। दिन में इसे ३ – ४ बार खाये इससे दस्त रुक जाएंगे।

    ८. चोट लगने पर –

    इसमें एंटी-बैक्टीरियल तत्व पाए जाते है जो घाव को ठीक करने में मददगार साबित होते है। फिटकरी और तुलसी के पत्ते दोनों को साथ में मिलाकर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है।

    ९. वजन कम करने में सहायक –

    तुलसी के पत्ते के फायदे में वजन कम करना भी शामिल है। तुलसी रस शरीर का वजन कम करने के साथ बीएमआई और शरीर में इन्सुलिन को नियंत्रित करता है।

    १०. रतौंधी में लाभ –

    तुलसी रस के फायदे रतौंधी में भी होते है। २ से ३ बून्द तुलसी पत्र स्वरस को आँखों में डालने से फायदा होता है। आप चाहे तो तुलसी ड्राप खरीदकर भी इसका इस्तेमाल कर सकते है। तुलसी ड्राप के फायदे रतौंधी ठीक करने में होते है।

    ११. चेहरे की आभा –

    तुलसी की पत्तियों को पीसकर इसका लेप या रस चेहरे पर लगाने से चेहरे की चमक बढ़ती है और कील मुहांसे भी ठीक होते है।

    १२. साँप के काटने पर –

    अगर साँप ने काट लिया है तो तुलसी का रस पिलाना चाहिए और इसकी जड़ और मंजरी को पीसकर साँप के काटे हुए स्थान पर लगाना चाहिए। इसका रस नाक में टपकाने से बेहोश रोगी को आराम मिलता है।

    १३. सिर दर्द में आराम –

    सिर में दर्द होने पर तुलसी की पत्ती की चाय बनाकर पीने से फायदा होता है।

    १४. हृदय रोग –

    इसका सेवन करने से हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है और हृदय को स्वस्थ बनाये रखता है।

    १५. झड़ते बालों के लिए उपयोगी –

    तुलसी की पत्तियां बालों को झड़ने से रोकती है और सिर में ठंडक बनाये रखती है। इससे सिर में ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छे से होता है।

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